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Upcoming Events:

!! Shrimad Bhagwat Katha - Uttar Pradesh:- 19-10-2024 To 25-10-2024, Time:- 3:00 pm To 6:30 pm, Place: - village- Poore ledai, baharampur, kudawar, Sultanpur, Uttar Pradesh !!

Devi Chitralekha Ji Event

Aim of Trust

World Sankirtan Tour Trust is established By Pujya Devishri Chitralekha Ji with four numbers of Trustees on 26th May 2010. Head Office of World Sankirtan Tour Trust is at Village- Khambi, Teh –Hodal Distt-Palwal (HR).
01

Preserving Culture And Heritage of Our Country.

02

Disseminating The Holy Name Of God.

03

Preaching Bhagwat Katha All Over World.

04

Gau Seva.

GAU SEVA DHAM

One day, Devi Chitralekhaji (Deviji) saw an injured cow lying on the side of the road and found that her condition was very serious. Immediately, Deviji attended to the cow and gave her first aid. Deviji was very concerned about this incident and as a result conceived an idea of providing proper care and treatment to stranded and sick cows.Hence, “GAU SEVA DHAM HOSPITAL? came into existence. The hospital is being built on NH 2 near Hodel, District Palwal, Haryana on 10 Bigha land (Approx 3-4 Acres)... The Mankind can express which Lord Krishna’s Great Cow can’t, therefore, Hospital for them was Top Priority in the mind of enlighten soul, Devi Chitralekhaji {Deviji}. This is why 10 Bigha / appx. 3-4 land owned for GAU SEVA DHAM HOSPITAL in 2013 on NH-2, HODAL, Distt.

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जितेंद्र अग्रवाल और डॉ. सुमन अग्रवाल का दौरा: गौ सेवा धाम और खंबानी उत्पादों की सराहना

जितेंद्र अग्रवाल और डॉ. सुमन अग्रवाल का दौरा: गौ सेवा धाम और खंबानी उत्पादों की सराहना

 

जितेंद्र अग्रवाल और डॉ. सुमन अग्रवाल, जो सार्थक एजुकेशनल ट्रस्ट के CEO हैं, ने 27 नवंबर 2020 को 'कौन बनेगा करोड़पति' सीजन 12 के करमवीर स्पेशल एपिसोड में भाग लिया था। इस विशेष अवसर पर, उन्होंने समाज में दिव्यांग व्यक्तियों के उत्थान के लिए किए जा रहे अपने कार्यों के बारे में चर्चा की और अपने अनुभव साझा किए।

हाल ही में, जितेंद्र अग्रवाल और डॉ. सुमन अग्रवाल ने गौ सेवा धाम अस्पताल का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल की व्यवस्थाओं को देखा और वहां की गौमाताओं की सेवा और उनके लिए की जा रही चिकित्सा सुविधाओं की सराहना की। उन्होंने गौ सेवा धाम द्वारा गौवंश की सुरक्षा और सेवा के लिए किए जा रहे कार्यों की भी भूरी-भूरी प्रशंसा की। उनका मानना है कि जैसे वे सार्थक एजुकेशनल ट्रस्ट के माध्यम से दिव्यांग व्यक्तियों की सेवा कर रहे हैं, उसी प्रकार गौ सेवा धाम का यह कार्य भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।

इस दौरे के दौरान, उन्होंने खंबानी के उत्पादों का भी निरीक्षण किया और उनकी गुणवत्ता और प्राकृतिकता से प्रभावित हुए। खंबानी के उत्पादों की प्रशंसा करते हुए, उन्होंने कहा कि खंबानी का यह प्रयास समाज में प्राकृतिक उत्पादों के महत्व को बढ़ावा देने में सहायक है। खंबानी द्वारा उपयोग किए जा रहे प्राकृतिक संसाधनों और उनकी गुणवत्ता की उन्होंने विशेष सराहना की।

उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि ऐसे सेवा कार्य और प्राकृतिक उत्पाद समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में अहम भूमिका निभाते हैं। हम सभी समर्थकों और शुभचिंतकों के आभारी हैं, जिनके निरंतर समर्थन और आशीर्वाद के कारण हम इस स्तर तक पहुंच पाए हैं।
 

जन्माष्टमी का पावन दिन: सच्ची सेवा की प्रेरणादायक कहानी

जन्माष्टमी का पावन दिन: सच्ची सेवा की प्रेरणादायक कहानी

 
 

 

जन्माष्टमी, भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का पावन पर्व, हर भारतीय के हृदय में विशेष स्थान रखता है। इस दिन को मनाने के लिए लोग मंदिरों में जाते हैं, पूजा-अर्चना करते हैं और भक्ति में लीन रहते हैं। लेकिन इस जन्माष्टमी पर एक घटना घटी जिसने सच्ची सेवा और करुणा का नया अर्थ बताया।

जन्माष्टमी के पावन दिन, अनिशी शर्मा, जो T-Series में कास्टिंग डायरेक्टर हैं, वृंदावन की ओर जा रही थीं। उनकी यात्रा आध्यात्मिक थी, लेकिन रास्ते में उन्होंने देखा कि सड़क के किनारे एक बछड़ा दर्द से तड़प रहा था। बछड़ा इतना कमजोर और पीड़ित था कि वह खुद से उठ भी नहीं पा रहा था।

अनिशी ने तुरंत अपनी गाड़ी रोकी और उस बछड़े के पास पहुंचीं। उन्होंने उसे पानी पिलाया और सड़क से उठाकर किनारे पर सुरक्षित स्थान पर रख दिया। लेकिन उनका दिल यह मानने को तैयार नहीं था कि सिर्फ इतना करने से बछड़ा ठीक हो जाएगा। एक सच्चे जीव प्रेमी के रूप में, वे उसे ऐसी स्थिति में छोड़ने के लिए तैयार नहीं थीं।

उन्होंने बछड़े को अपनी गाड़ी में बिठाया और सीधे गौ सेवा धाम हॉस्पिटल की ओर रवाना हो गईं। वहां पहुंचकर उन्होंने बछड़े का इलाज करवाया। डॉक्टरों ने तुरंत उसका निरीक्षण किया और इलाज शुरू किया। कुछ समय बाद, बछड़े की स्थिति में सुधार हुआ, और वह धीरे-धीरे स्वस्थ होने लगा।

यह घटना हमें यह सिखाती है कि सच्ची सेवा वही है जो बिना किसी स्वार्थ के की जाए। जन्माष्टमी जैसे धार्मिक अवसर पर, सेवा का यह महत्व और भी बढ़ जाता है। भगवान श्रीकृष्ण स्वयं गोपालक थे, और उन्होंने अपने जीवन में गौमाता और अन्य जीवों की सेवा की मिसाल दी है।

इस कहानी से यह स्पष्ट होता है कि जब भी हमें किसी जीव की आवश्यकता होती है, हमें उसे पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ मदद करनी चाहिए। चाहे वह एक बछड़ा हो या कोई अन्य जीव, उनकी मदद करना हमारे धर्म का हिस्सा है।

7 feet गहरे टैंक से नंदी और गौमाता का सुरक्षित रेस्क्यू

7 feet गहरे टैंक से नंदी और गौमाता का सुरक्षित रेस्क्यू

होडल के एक घर में पानी के टैंक से नंदी और गौमाता का साहसिक रेस्क्यू

होडल के एक घर में पानी के लिए बनाए गए टैंक में एक नंदी और गौमाता गलती से गिर गए। इस दुर्घटना से दोनों जानवर बेहद परेशान और असहाय स्थिति में थे। स्थानीय लोगों ने तुरंत गौ सेवा धाम को फोन कर सहायता मांगी। हमारे टीम ने बिना देरी किए घटनास्थल पर पहुंचने का निर्णय लिया।

रेस्क्यू अभियान बेहद चुनौतीपूर्ण था। टैंक की गहराई और संकीर्णता ने स्थिति को और भी कठिन बना दिया था। पहले, टीम ने टैंक के चारों ओर बैरिकेडिंग कर जानवरों की सुरक्षा सुनिश्चित की। फिर, रस्सियों और अन्य बचाव उपकरणों की मदद से नंदी और गौमाता को बाहर निकालने की योजना बनाई गई।

हर सदस्य ने अपनी पूरी ताकत और कौशल का इस्तेमाल किया। नंदी को सुरक्षित बाहर निकालने के बाद, टीम ने गौमाता को भी सावधानीपूर्वक टैंक से बाहर निकाला। दोनों जानवरों को प्राथमिक चिकित्सा दी गई और उनकी हालत की जांच की गई। यह मिशन टीम के समर्पण और मेहनत का प्रमाण है।

इस रेस्क्यू ऑपरेशन में हमारे टीम के हर सदस्य ने जिस समर्पण और साहस का परिचय दिया, वह प्रशंसनीय है। यह घटना न केवल हमारी क्षमता और करुणा को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि जब हम एकजुट होकर काम करते हैं, तो कोई भी चुनौती बड़ी नहीं होती। इस अभियान ने हमें यह सिखाया कि जानवरों के प्रति करुणा और उनकी सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करना हमारा कर्तव्य है।

GAU SEVA DHAM HOSPITAL

Hence, “GAU SEVA DHAM HOSPITAL? came into existence. The hospital is being built on NH 2 near Hodal, District Palwal, Haryana on 10 Bigha land (Approx 3-4 Acres).

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Shrimad Bhagwat Katha - Uttar Pradesh

Shrimad Bhagwat Katha - Uttar Pradesh

village- Poore ledai, baharampur, kudawar, Sultanpur, Uttar Pradesh

Shrimad Bhagwat Katha - Rajasthan

Shrimad Bhagwat Katha - Rajasthan

Bhatiya marriage garden, bera road, Jaisalmer, Rajasthan

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गौ सेवा धाम के सफल रेस्क्यू किये गए जीवों की कहानियाँ।

गौ सेवा धाम के सफल रेस्क्यू किये गए जीवों की कहानियाँ।

एक छोटा सा पिल्ला जो जब गौ सेवा धाम में आया था तब उसका एक पैर टूट गया था काफी दिनों तक इलाज न होने की वजह से उसके पैर की हड्डी में सड़न बन गयी और डॉक्टर्स को उसका पैर निकलना पड़ा। तीन पैरों पर अब वह बिलकुल सही है। 
 
एक छोटा सा बन्दर जिसका नाम अमेरिका में रहने वाली diane basile जी ने मियागी रखा था उसके एक हाथ और एक पैर दोनों बिजली के झटके के कारण कट गए और उसके घाव में पस पड़ गया जिसके वजह से उसके बचने की संभावना बहुत कम थी पर जिसकी किस्मत में जीवन होता है, उसे भगवान् बचाता है। 
ऐसे ही बहुत सारे  घटनाएं हैं जिसमें जीवों की जान बचना संभव नहीं होता पर गौ सेवा धाम हॉस्पिटल की पूरी लगन और कोशिश से हम जीवों को बचा पाते हैं। 
हमारी आपसे यही प्रार्थना है कि अगर आप मदद करने में सक्षम नहीं हैं तो गौ सेवा धाम हॉस्पिटल को सूचना दें ताकि हम आपकी मदद कर सकें। 

चैतन्य महाप्रभु रथयात्रा की तैयारियाँ जोरों पर |

चैतन्य महाप्रभु रथयात्रा की तैयारियाँ जोरों पर |

चैतन्य महाप्रभु रथयात्रा की तैयारियाँ जोरों पर ..
गौ सेवा धाम की सेवायें देख खुश हुए कानपुर के सांसद सत्यदेव पचौरी
देवी चित्रलेखा के सानिध्य में आगामी 17 को  निकाली जायेगी चैतन्य महाप्रभु की रथयात्रा 

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